ये दर्द..

ये दर्द का तूफान गुजरता क्यों नहीं
दिल टूट गया है तो बिखरता क्यों नहीं
एक ही शक्स को चाहता है क्यों इतना
जालिम कोई दूसरा इस दिल में उतरता क्यों नहीं... 

1 comment:

बिखर गया हूँ...

बिखर गया हूँ इतना के जुड़ा नहीं जाता हसरतेे इतनी भी ना हो के दवा न लगे ना दिल को सुकून आया ना रूह रोयी मोहब्बतें इतनी भी न हो के दुआ न लग...