भंवरा फूल पर...

भंवरा फूल पर बैठा था, रस पाने की चाह में !
फूल ने उसका स्वागत किया, ले लिया अपनी बाहं में !
हमने तो चाहा दूर से, बस फूल की खुशबु लेना !
पर फूल को ये मंजूर न था, और कांटा चुभ गया पावं में !!

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बिखर गया हूँ...

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