तेरे कूँचे..

तेरे कूँचे से निकलूँ तो जाऊँ कहाँ
सारा शहर सुना है बिना तेरे.. 

2 comments:

  1. ------ बड़े होकर भाई-बहन ------
    ------ कितने दूर हो जाते हैं ------
    ------ इतने व्यस्त हैं सभी ------
    ------ कि मिलने से भी मजबूर हो जाते हैं ------

    ------ एक दिन भी जिनके बिना ------
    ------ नहीं रह सकते थे हम ------
    ------ सब ज़िन्दगी में अपनी ------
    ------ मसरूफ हो जाते हैं ------







    ------ रिश्ते नए ------
    ------ ज़िन्दगी से जुड़ते चले जाते हैं ------
    ------ और बचपन के ये रिश्ते ------
    ------ कहीं दूर हो जाते हैं ------

    ------ खेल-खेल में रूठना-मनाना ------
    ------ रोज़-रोज़ की बात थी ------
    ------ अब छोटी सी भी गलतफहमी से ------
    ------ दिलों को दूर कर जाते हैं ------

    ------ सब अपनी उलझनों में ------
    ------ उलझ कर रह जाते हैं ------
    ------ कैसे बताए उन्हें हम ------
    ------ वो हमें कितना याद आते हैं ------

    ------ वो जिन्हें एक पल भी ------
    ------ हम भूल नहीं पाते हैं ------
    ------ बड़े होकर वो भाई-बहन ------
    ------ हमसे दूर हो जाते हैं ------

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