कभी लगते..

कभी लगते है अपने बेगाने से,
कभी बेगानों को अपना बनाने को जी चाहता है,
कभी उपर वाले का नाम नहीं आता जुबान पर,
कभी उसको मानाने को जी चाहता है,
कभी लगती है ये जिंदगी बड़ी सुहानी,
कभी जिंदगी से उठ जाने को जी चाहता है,
कभी लगता है मौत आ जाये तो अच्छा,
लेकिन अब बस उसके लिए जीने को जी चाहता है !!

No comments:

Post a Comment

बिखर गया हूँ...

बिखर गया हूँ इतना के जुड़ा नहीं जाता हसरतेे इतनी भी ना हो के दवा न लगे ना दिल को सुकून आया ना रूह रोयी मोहब्बतें इतनी भी न हो के दुआ न लग...