नज़ूमी कहाँ से लाऊँ जो बदल दे मेरे सितारों की चाल
दिन तो कट जाता है मगर राते होती है बेहाल..
दिन तो कट जाता है मगर राते होती है बेहाल..
बिखर गया हूँ इतना के जुड़ा नहीं जाता हसरतेे इतनी भी ना हो के दवा न लगे ना दिल को सुकून आया ना रूह रोयी मोहब्बतें इतनी भी न हो के दुआ न लग...
super
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