Subscribe to:
Post Comments (Atom)
बिखर गया हूँ...
बिखर गया हूँ इतना के जुड़ा नहीं जाता हसरतेे इतनी भी ना हो के दवा न लगे ना दिल को सुकून आया ना रूह रोयी मोहब्बतें इतनी भी न हो के दुआ न लग...
-
भंवरा फूल पर बैठा था, रस पाने की चाह में ! फूल ने उसका स्वागत किया, ले लिया अपनी बाहं में ! हमने तो चाहा दूर से, बस फूल की खुशबु लेना ! ...
-
ना चैन आया, ना दिल को सुकून बस वो याद आये और उनके वहम..
-
"प्यार तो तुमसे करता हूँ पर इज़हार करूँ तो कैसे तुम्हारा दीदार तो करता हूँ पर आँखे चार करूँ तो कैसे रूप तुम्हारा सलोना हैं ऐसा की...
No comments:
Post a Comment